8th Pay Commission 2025 – सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खबर आ रही है। जैसे ही सातवें वेतन आयोग का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा, आठवां वेतन आयोग लागू कर दिया जाएगा। इससे कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है। आइए, जानते हैं कि इस बार के वेतन आयोग के बाद कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी हो सकती है और इससे उन्हें क्या फायदे मिलेंगे।
कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी
वर्तमान समय में, सातवें वेतन आयोग के तहत सरकारी कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18,000 रुपये है। वहीं, पेंशनर्स की पेंशन में भी 23.66 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। अब आठवें वेतन आयोग के लागू होने पर यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। आठवें वेतन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है, तो केंद्रीय कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी में लगभग 38 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। इसका मतलब है कि कर्मचारियों को 28,620 रुपये के बजाय 46,620 रुपये तक सैलरी मिल सकती है।
इसके अलावा, महंगाई भत्ते (DA) की बात करें, तो यह 53 प्रतिशत से बढ़कर जनवरी 2026 तक 59 प्रतिशत होने की संभावना है। इस तरह से वेतन में भारी वृद्धि हो सकती है।
अधिकतम सैलरी में क्या होगा बदलाव?
सातवें वेतन आयोग में सेक्रेटरी लेवल के अधिकारी की बेसिक सैलरी 2.5 लाख रुपये थी। लेकिन अगर आठवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर वही रहता है, तो सेक्रेटरी लेवल अधिकारियों की सैलरी बढ़कर 6.4 लाख रुपये तक हो सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि सरकार के उच्च स्तर के अधिकारियों को ज्यादा सैलरी मिलेगी। हालांकि, इस सैलरी में महंगाई भत्ते को शामिल नहीं किया जाता है।
साथ ही, ग्रेच्युटी की अधिकतम सीमा फिलहाल 30 लाख रुपये है, और अगर सरकार इसमें कोई बदलाव नहीं करती तो यह वैसी की वैसी बनी रहेगी।
पेंशन में भी भारी बढ़ोतरी
सातवें वेतन आयोग के तहत रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन में 23.66 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। अब आठवें वेतन आयोग के तहत पेंशन में 34 प्रतिशत तक बढ़ोतरी होने की संभावना है। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक पेंशन 25,000 रुपये है, तो उसमें 34 प्रतिशत की वृद्धि होने पर यह 33,500 रुपये तक हो सकती है। यह बढ़ोतरी रिटायरमेंट के बाद पेंशन पाने वाले कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ होगा।
ग्रेच्युटी में भी बदलाव
पेंशन और सैलरी के अलावा, एक और महत्वपूर्ण बदलाव ग्रेच्युटी में देखने को मिलेगा। वर्तमान में, 18,000 रुपये बेसिक सैलरी वाले कर्मचारियों को 30 साल की सेवा के बाद लगभग 4.89 लाख रुपये की ग्रेच्युटी मिलती है। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.57 रहता है, तो यह रकम बढ़कर 12.56 लाख रुपये हो सकती है। यह कर्मचारियों के लिए एक अच्छा इन्काम होगा, खासकर रिटायरमेंट के बाद।
8वें वेतन आयोग की कार्यप्रणाली
आठवां वेतन आयोग सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत लेकर आ सकता है। फिटमेंट फैक्टर का असर सैलरी, पेंशन, और ग्रेच्युटी पर पड़ेगा। 8वें वेतन आयोग के लागू होने से कर्मचारियों को अतिरिक्त वित्तीय लाभ मिल सकता है, जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा। सरकार की ओर से इस दिशा में कदम उठाए गए हैं ताकि कर्मचारियों की जीवन-यापन की स्थितियों में सुधार हो सके।
संभावनाएं और चुनौतियां
हालांकि, यह जरूरी नहीं कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें तुरंत लागू हो जाएं। कर्मचारियों और सरकार के बीच यह एक संवेदनशील मुद्दा हो सकता है, क्योंकि इस प्रकार की बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर दबाव बढ़ सकता है। फिर भी, यह माना जा रहा है कि सरकार इस कदम को जल्द ही लागू करेगी ताकि कर्मचारियों की स्थिति में सुधार हो सके और उन्हें बेहतर जीवन जीने का मौका मिले।
कुल मिलाकर, 8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बहुत लाभ होने की संभावना है। इस बार सैलरी में करीब 38 प्रतिशत की वृद्धि होने के आसार हैं, जबकि पेंशन में भी 34 प्रतिशत का इजाफा होगा। इससे सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की जीवन-यापन की स्थिति में सुधार हो सकता है और वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा दिए गए अतिरिक्त फायदे, जैसे ग्रेच्युटी की रकम में वृद्धि, कर्मचारियों के लिए और भी फायदेमंद हो सकते हैं। अब यह देखना होगा कि सरकार इन सिफारिशों को कब लागू करती है और कर्मचारियों को इस बदलाव का लाभ कब मिलता है।