8th Pay Commission Latest Update – अगर आप केंद्रीय सरकारी कर्मचारी हैं या आपके परिवार में कोई सरकारी नौकरी करता है, तो ये खबर आपको बहुत राहत देने वाली है। लंबे वक्त से अटके 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) को लेकर अब सरकार की तरफ से हलचल तेज हो गई है। खबरें आ रही हैं कि मई 2025 के अंत तक सरकार इसकी आधिकारिक घोषणा कर सकती है। और अगर सब कुछ सही रहा, तो जनवरी 2026 से यह लागू भी हो सकता है।
अब सवाल ये उठता है कि इसमें ऐसा क्या खास है? तो चलिए आपको बताते हैं विस्तार से कि आठवां वेतन आयोग आपके लिए क्या कुछ लेकर आ सकता है, कितना फायदा हो सकता है और इसका स्ट्रक्चर कैसा होगा।
8वें वेतन आयोग को लेकर सरकार का रुख
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार 8वें वेतन आयोग को हरी झंडी दे चुकी है। सिर्फ अब इसका औपचारिक गठन बाकी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में एक बयान में संकेत दिए हैं कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाया जाएगा। माना जा रहा है कि जनवरी 2026 से पहले-पहले यह आयोग अपनी रिपोर्ट सौंप देगा ताकि उसी समय से इसे लागू किया जा सके।
कौन बनाएगा आयोग और क्या होगा इसका ढांचा?
अगर हम पुराने वेतन आयोगों को देखें तो आमतौर पर इनकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के किसी रिटायर्ड जज या फिर सीनियर लेवल के ब्यूरोक्रेट करते हैं। उनके साथ टीम में जाने-माने अर्थशास्त्री, सरकारी खर्चे के विशेषज्ञ, पेंशन एक्सपर्ट और प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहते हैं। ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिल सकता है।
यह आयोग कर्मचारियों की सैलरी, पेंशन, महंगाई भत्ते और फिटमेंट फैक्टर जैसे मुद्दों पर अपनी सिफारिशें देगा।
कितनी होगी सैलरी में बढ़ोतरी?
अब बात करते हैं सबसे अहम मुद्दे की – सैलरी बढ़ोतरी। खबरों की मानें तो 8वां वेतन आयोग बेसिक सैलरी में 40 से 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी का सुझाव दे सकता है। इसका सीधा असर कर्मचारियों की जेब पर पड़ेगा।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपकी बेसिक सैलरी ₹20,000 है और नया फिटमेंट फैक्टर 2.86 होता है, तो आपकी नई सैलरी ₹57,200 तक जा सकती है। यानी सीधा ₹37,000 तक का फायदा। और अगर आपकी सैलरी ₹30,000 है और 3.68 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो सीधा ₹1,10,400 तक सैलरी हो सकती है! सोचिए कितना जबरदस्त इज़ाफा होगा।
अब तक कितना बढ़ा वेतन?
अगर पुराने वेतन आयोगों पर नजर डालें तो हर बार कर्मचारियों की सैलरी में भारी इज़ाफा हुआ है।
वेतन आयोग | न्यूनतम बेसिक सैलरी |
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5वां वेतन आयोग | ₹2,750 |
6वां वेतन आयोग | ₹7,000 |
7वां वेतन आयोग | ₹18,000 |
इस हिसाब से अब तक कुल 554% तक सैलरी में इज़ाफा हो चुका है। ऐसे में 8वें वेतन आयोग से भी यही उम्मीद की जा रही है कि वह कम से कम 50% तक की बढ़ोतरी की सिफारिश करे।
क्यों जरूरी है 8वां वेतन आयोग?
अब बात करते हैं कि आखिर ये वेतन आयोग इतना जरूरी क्यों है।
- सबसे पहली बात, महंगाई दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। चाहे पेट्रोल-डीजल हो, खाने-पीने का सामान हो या स्कूल-हॉस्पिटल की फीस – हर चीज़ महंगी हो चुकी है।
- कर्मचारियों की क्रय शक्ति (Purchasing Power) बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि समय-समय पर वेतन में सुधार किया जाए।
- 7वां वेतन आयोग जनवरी 2016 में लागू हुआ था, जिसका कार्यकाल जनवरी 2026 तक है। ऐसे में नया वेतन आयोग समय रहते बनाना जरूरी हो गया है।
कर्मचारी संगठनों की मांग क्या है?
कई कर्मचारी यूनियनों ने मांग की है कि फिटमेंट फैक्टर को इस बार 3.68 तक बढ़ाया जाए। अगर ये मांग मान ली गई, तो यह अब तक की सबसे बड़ी सैलरी बढ़ोतरी होगी। इससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनरों को सीधा लाभ मिलेगा।
कब तक लागू होगा नया वेतन आयोग?
सरकारी सूत्रों की मानें तो अगर आयोग का गठन मई 2025 तक हो जाता है, तो यह समिति एक साल के अंदर यानी जनवरी 2026 तक अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है। और अगर सरकार समय पर इसे लागू कर देती है, तो उसी साल से कर्मचारियों को बढ़ी हुई सैलरी मिल सकती है।
8वें वेतन आयोग की घोषणा लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए उम्मीद की किरण लेकर आई है। महंगाई के इस दौर में सैलरी में इज़ाफा हर कर्मचारी की जरूरत बन गई है। अगर यह आयोग समय पर बनता है और इसकी सिफारिशें लागू होती हैं, तो यह सरकारी सेवा में लगे लाखों लोगों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा।
अब सबकी नजरें सरकार की औपचारिक घोषणा पर टिकी हैं। उम्मीद है कि आने वाले महीनों में इसकी पुष्टि हो जाएगी और फिर 2026 से हर सरकारी कर्मचारी की जेब पहले से ज्यादा भरी नज़र आएगी।