Bank Loan New Rules – अगर आप घर खरीदने की सोच रहे हैं या किसी जरूरी जरूरत के लिए बैंक लोन लेना चाहते हैं तो 2025 की शुरुआत आपके लिए बहुत कुछ बदल कर लाई है। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई और वित्त मंत्रालय ने मिलकर कुछ नए बैंकिंग नियम लागू किए हैं जिनका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। अब लोन लेना थोड़ा आसान हुआ है, ब्याज दरें कम हुई हैं और लोन चुकाने में भी राहत दी गई है। खासकर होम लोन, पर्सनल लोन और छोटे बिजनेस लोन लेने वालों को अब ज्यादा सुविधा मिलने वाली है।
आइए जानते हैं 2025 से लागू हुए बैंक लोन से जुड़े इन नए नियमों के बारे में विस्तार से और समझते हैं कि ये आपके लिए कैसे फायदेमंद हैं।
1. होम लोन पर ब्याज दरों में राहत
2025 की शुरुआत में आरबीआई ने दो बार रेपो रेट में कटौती की है जिससे अब यह घटकर 6 प्रतिशत पर आ गया है। इसका असर सीधे तौर पर होम लोन की ब्याज दरों पर पड़ा है। अब देश के कई सरकारी बैंक जैसे पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 8.85 प्रतिशत या इससे भी कम ब्याज दर पर होम लोन ऑफर कर रहे हैं। पहले के मुकाबले अब आपकी EMI कम बनेगी और कुल ब्याज में काफी बचत होगी। जिन लोगों की आय सीमित है उनके लिए यह बहुत राहत भरी बात है क्योंकि वे अब कम बोझ में घर का सपना पूरा कर सकते हैं।
2. लोन टू वैल्यू रेश्यो यानी एलटीवी में बढ़ोतरी
अब अगर आप तीस लाख रुपये तक का होम लोन ले रहे हैं तो आपको कुल प्रॉपर्टी की कीमत के 90 प्रतिशत तक लोन मिल सकता है। मतलब अगर आपकी प्रॉपर्टी तीस लाख रुपये की है तो बैंक अब आपको सत्ताईस लाख रुपये तक लोन देगा। पहले यह सीमा थोड़ी कम थी। यह बदलाव खासकर उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो पहली बार घर खरीद रहे हैं और जिनके पास डाउन पेमेंट के लिए ज्यादा पैसे नहीं हैं। इससे अब अधिक लोग होम लोन के जरिए अपना घर ले सकेंगे।
3. प्रीपेमेंट चार्ज में राहत
अब तीस लाख रुपये तक के होम लोन और पर्सनल लोन पर प्रीपेमेंट चार्ज नहीं लिया जाएगा। यानी अगर आपकी आर्थिक स्थिति सुधरती है और आप समय से पहले अपना लोन चुकाना चाहते हैं तो आप यह बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के कर सकते हैं। पहले अगर कोई ग्राहक लोन की किश्तों से ज्यादा रकम एक साथ जमा करता था तो बैंक उस पर पेनाल्टी लगाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इससे खासतौर पर मिडिल क्लास और सैलरीड लोगों को राहत मिलेगी जो थोड़ी बहुत सेविंग्स कर लोन जल्दी निपटाना चाहते हैं।
4. क्रेडिट स्कोर अपडेट जल्दी होगा
अब सभी बैंक और वित्तीय संस्थानों को हर पंद्रह दिन में अपने ग्राहकों की क्रेडिट जानकारी अपडेट करनी होगी। पहले यह हर महीने किया जाता था जिससे सिबिल स्कोर अपडेट होने में देरी होती थी। अब अगर आपने हाल ही में लोन चुकाया है या समय पर क्रेडिट कार्ड बिल जमा किया है तो उसका असर जल्दी आपके सिबिल स्कोर में दिखेगा। इससे आपका अगला लोन अप्रूवल भी जल्दी और आसान हो जाएगा।
5. प्रायोरिटी सेक्टर लेंडिंग यानी पीएसएल में बदलाव
अब तीस लाख रुपये तक के अफोर्डेबल हाउसिंग लोन और दस लाख रुपये तक के रिन्युएबल एनर्जी लोन को प्राथमिकता वाले सेक्टर में शामिल किया गया है। इसका मतलब है कि बैंक इन लोन को प्राथमिकता के आधार पर देंगे और इन पर खास स्कीम्स या रियायतें भी ला सकते हैं। सरकार की हर घर सोलर योजना और सबको घर योजना को इससे बल मिलेगा। खास बात यह है कि अब पर्यावरण के अनुकूल प्रोजेक्ट्स के लिए भी लोन लेना आसान हो गया है।
6. लोन प्रोसेसिंग में पारदर्शिता बढ़ी
अब बैंक को यह साफ करना होगा कि लोन देने से पहले उसने किस आधार पर आपकी योग्यता जांची है। साथ ही लोन रेटिंग, ब्याज दर और प्रोसेसिंग फीस से जुड़ी हर जानकारी लिखित रूप में देनी होगी। इससे अब ग्राहक को लोन लेने से पहले हर चीज की स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी और धोखाधड़ी या छिपे हुए शुल्क की संभावना भी कम हो जाएगी।
7. डिजिटल प्रोसेस को बढ़ावा
2025 के नियमों में यह भी शामिल है कि सभी लोन की प्रक्रिया अब तेजी से डिजिटल मोड में की जाएगी। यानी दस्तावेज जमा करने से लेकर लोन अप्रूवल तक का अधिकतर काम अब ऑनलाइन ही किया जाएगा। इससे ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को भी आसानी से बैंकिंग सेवाएं मिल सकेंगी। सरकार और आरबीआई का लक्ष्य है कि हर कोई बिना परेशानी के बैंक लोन की सुविधा ले सके।
2025 से लागू हुए बैंक लोन के नए नियम आम लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं। होम लोन लेना अब पहले से आसान हो गया है। ब्याज दरों में कटौती, प्रीपेमेंट चार्ज में छूट, ज्यादा लोन अमाउंट और तेज क्रेडिट रिपोर्टिंग जैसे बदलावों ने लोन लेने की प्रक्रिया को पारदर्शी और सुविधाजनक बना दिया है। अगर आप घर खरीदने की योजना बना रहे हैं या किसी जरूरी काम के लिए लोन लेना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए बिल्कुल सही है। जरूरत है बस सही जानकारी और योजना बनाकर कदम उठाने की।