PM Awas Yojana – अगर आपने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत पक्का घर बनाने के लिए आवेदन किया था तो आपके लिए खुशखबरी है। केंद्र सरकार ने इस योजना की पहली किस्त के रूप में 40000 रुपये की रकम जारी कर दी है जो सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजी जा रही है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आपने आवेदन किया है या नहीं और अगर किया है तो आपका नाम पहली पेमेंट लिस्ट में है या नहीं।
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य देश के उन सभी गरीब और जरूरतमंद परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराना है जो अभी भी झोपड़ी कच्चे मकान या किराए के घर में रह रहे हैं। यह योजना शहरों और गांव दोनों के गरीब वर्ग के लिए है लेकिन अभी जो लिस्ट आई है वह ग्रामीण आवेदकों के लिए है।
सरकार की तरफ से कितनी सहायता मिलती है
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 1 लाख 20 हजार रुपये तक की राशि लाभार्थियों को दी जाती है जो तीन किस्तों में बांटी जाती है। पहली किस्त 40000 रुपये की होती है जो मकान बनाने की शुरुआत के समय दी जाती है। इसके बाद दूसरी किस्त तब दी जाती है जब मकान की दीवारें खड़ी हो जाती हैं और तीसरी किस्त छत डालने से पहले दी जाती है।
इस तरह से योजना का मकसद यह है कि व्यक्ति को एक बार में पूरी रकम न देकर मकान निर्माण की स्थिति के अनुसार समय समय पर भुगतान किया जाए ताकि लोग उस पैसे का सही उपयोग कर सकें और मकान समय पर बनकर तैयार हो जाए।
पहली किस्त के लिए किन्हें मिला फायदा
सरकार ने अब जिन लोगों को पहली किस्त दी है उनके नाम पीएम आवास योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं। इस सूची में उन्हीं लोगों के नाम शामिल हैं जो बहुत ही गरीब हैं और जिनके पास अभी पक्का घर नहीं है। जो लोग झोपड़ियों में रहते हैं या कच्चे मकान में जीवन यापन कर रहे हैं और जिनकी आय सरकार द्वारा तय सीमा से कम है उन्हें इस लिस्ट में जगह दी गई है।
अगर आपके पास बीपीएल राशन कार्ड है और आपने पीएम आवास योजना के लिए सही तरीके से आवेदन किया है तो संभव है कि आपका नाम भी इस सूची में शामिल हो गया हो।
कैसे चेक करें पीएम आवास योजना की पहली पेमेंट लिस्ट
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपको पहली किस्त मिली है या नहीं तो इसके लिए आप घर बैठे ही ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करना होगा
- सबसे पहले आपको पीएम आवास योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा
- फिर वहां पर होमपेज में आपको आवाससॉफ्ट का विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करें
- इसके बाद रिपोर्ट्स वाला विकल्प चुनें
- फिर सोशल ऑडिट रिपोर्ट वाले सेक्शन पर जाएं
- अब आपको बेनिफिशियरी डिटेल्स फॉर वेरिफिकेशन का ऑप्शन दिखाई देगा उस पर क्लिक करें
- इसके बाद आपको राज्य जिला ब्लॉक पंचायत और वर्ष जैसी जानकारी भरनी होगी
- जानकारी भरने के बाद जैसे ही आप सर्च करेंगे आपके सामने लिस्ट आ जाएगी
- इस लिस्ट में अगर आपका नाम आता है तो समझिए कि आपको पहली किस्त के 40000 रुपये मिलने वाले हैं
क्यों जरूरी है यह योजना
प्रधानमंत्री आवास योजना उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो सालों से पक्के घर का सपना देख रहे हैं लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से अपना घर नहीं बना पा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार सीधे लोगों के बैंक खातों में पैसा भेजती है जिससे बीच में कोई दलाल या बिचौलिया नहीं होता।
इसके अलावा मकान बनाने की मॉनिटरिंग भी सरकार द्वारा की जाती है ताकि यह तय किया जा सके कि पैसा सही दिशा में उपयोग हो रहा है या नहीं।
योजना के लिए कौन पात्र होता है
योजना का लाभ उन्हीं लोगों को दिया जाता है जो इन शर्तों को पूरा करते हैं
- व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से होना चाहिए
- झोपड़ी कच्चे घर या किराए के मकान में रहना चाहिए
- बीपीएल कार्डधारी होना चाहिए
- परिवार की सालाना आय सरकार द्वारा तय सीमा के भीतर होनी चाहिए
- आवेदक के पास बैंक खाता होना चाहिए जो आधार कार्ड से जुड़ा हुआ हो
आगे मिलने वाली किस्तें
अगर आपको पहली किस्त मिल जाती है तो इसके बाद आपको घर बनवाने के काम में तेजी लानी होगी। जब मकान की दीवारें खड़ी हो जाती हैं तो उसके बाद सरकार दूसरी किस्त देती है और जब छत ढल जाती है तो तीसरी और अंतिम किस्त आपके खाते में भेजी जाती है।
इसलिए जरूरी है कि आप सभी चरणों में समय पर फोटो और अन्य आवश्यक दस्तावेज अधिकारियों को उपलब्ध कराएं ताकि समय पर अगली किस्त मिल सके।
अगर आपने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवेदन किया है तो तुरंत जाकर लिस्ट चेक करें। अगर आपका नाम सूची में है तो आपको पहली किस्त के रूप में 40000 रुपये जरूर मिलेंगे जो सीधे आपके खाते में जमा किए जाएंगे। यह पैसा आपके पक्के घर के सपने को साकार करने का पहला कदम है। अगर अभी तक आपने आवेदन नहीं किया है और आप पात्रता मानदंड पूरे करते हैं तो जल्द से जल्द आवेदन करें क्योंकि यह योजना उन लोगों के लिए है जो सच में एक पक्के घर की जरूरत रखते हैं।