New Traffic Rules 2025 – अगर आप भी अक्सर ये सोचकर सड़क पर गाड़ी निकालते हैं कि “पास में ही तो जाना है”, “ट्रैफिक पुलिस दिख नहीं रही”, या “बस दो मिनट की बात है”, तो ज़रा रुकिए! अब नज़र सिर्फ ट्रैफिक पुलिस की नहीं, बल्कि हर गली-नुक्कड़ पर लगे CCTV कैमरों की है, जिन्हें हम मज़ाक में “सीसीटीवी पुलिस” भी कहने लगे हैं। ऐसे में अगर आपने हेलमेट नहीं पहना, ट्रिपलिंग की या सीट बेल्ट नहीं लगाई, तो चालान कटने में सेकेंड भी नहीं लगता।
लेकिन इसी बीच एक अच्छी खबर ये भी है कि अब हर चालान सिर्फ कैमरे देखकर नहीं कट सकता। कुछ नियमों और जानकारियों को अगर आप जानते हैं, तो आप न सिर्फ चालान से बच सकते हैं, बल्कि सुरक्षित यात्रा का मज़ा भी ले सकते हैं।
चलिए, आपको बताते हैं 5 ऐसी सीक्रेट बातें, जिनसे आप चालान से भी बच सकते हैं और ट्रैफिक नियमों की सही जानकारी भी रख सकते हैं।
CCTV से चालान तभी कटेगा जब नियम साफ तौर पर तोड़ा गया हो
CCTV कैमरे अब हर चौराहे, फ्लाईओवर, स्कूल-हॉस्पिटल और भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगे हैं। लेकिन हर कैमरा चालान काटने के लिए अधिकृत नहीं है। चालान तब ही वैध होता है जब:
- गाड़ी का नंबर प्लेट साफ दिखे
- नियम उल्लंघन स्पष्ट हो जैसे बिना हेलमेट, सीट बेल्ट, ट्रिपलिंग आदि
- कैमरे का फुटेज सुरक्षित और ट्रैफिक कंट्रोल रूम से सत्यापित हो
गलती से चालान आया है? आप इसका विरोध कर सकते हैं। आपको EPFO की वेबसाइट या संबंधित ट्रैफिक विभाग की साइट पर जाकर शिकायत दर्ज करनी होती है।
ड्राइविंग करते वक्त मोबाइल का इस्तेमाल सीधा जुर्माना
आजकल ज़्यादातर लोग मोबाइल फोन पर कॉल अटेंड करते हुए, सोशल मीडिया चेक करते हुए या मैप देखते हुए ड्राइव करते हैं। लेकिन ध्यान रहे:
- ड्राइविंग करते वक्त मोबाइल का इस्तेमाल दंडनीय अपराध है
- इसके लिए ₹1,000 से लेकर ₹5,000 तक का चालान हो सकता है
- सड़क पर हादसों का एक बड़ा कारण मोबाइल फोन ही बन चुका है
सुझाव: अगर कॉल ज़रूरी है तो गाड़ी रोककर ही बात करें या ब्लूटूथ हैंड्स-फ्री का इस्तेमाल करें।
सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स रखें साथ – डिजिटल या फिजिकल, दोनों मान्य हैं
ड्राइविंग करते वक्त गाड़ी के जरूरी कागजात साथ रखना बेहद जरूरी है। इसमें शामिल हैं:
- ड्राइविंग लाइसेंस (DL)
- रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC)
- इंश्योरेंस
- PUC सर्टिफिकेट (Pollution Under Control)
अब आप इन सभी डॉक्यूमेंट्स को DigiLocker या mParivahan App में भी सेव कर सकते हैं और ये भी पूरी तरह वैध माने जाते हैं। पुलिस द्वारा इनकी डिजिटल जांच की जा सकती है।
नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी की, तो चालान के साथ टोइंग भी तय
कई बार हम जल्दी में गाड़ी किसी भी खाली जगह पर पार्क कर देते हैं ये सोचकर कि “बस दो मिनट की बात है”, लेकिन यही गलती भारी पड़ सकती है। नो पार्किंग ज़ोन में गाड़ी खड़ी करने पर:
- ₹500 से ₹2,000 तक चालान
- गाड़ी को ट्रैफिक पुलिस उठा कर ले जा सकती है
- गाड़ी छुड़ाने के लिए अलग से पेनल्टी और समय खर्च
सुझाव: हमेशा अधिकृत पार्किंग स्थल पर ही गाड़ी पार्क करें। ट्रैफिक पुलिस अब GPS और ऑनलाइन मैप से लोकेशन ट्रैक करती है।
सीट बेल्ट और हेलमेट – चालान से ज्यादा जान की सुरक्षा
- कार में बैठे हर व्यक्ति को सीट बेल्ट लगाना अनिवार्य है, यहां तक कि पीछे बैठने वाले को भी
- बाइक पर दोनों सवारियों को हेलमेट पहनना जरूरी है
- ट्रिपलिंग यानी तीन लोगों का बाइक पर सवारी करना गैरकानूनी है
न सिर्फ चालान का डर, बल्कि खुद की और अपने प्रियजनों की जान की हिफाज़त के लिए इन नियमों का पालन करें।
क्या नहीं काट सकता चालान?
- अगर आपका चालान CCTV से कटा है लेकिन आप नियमों का पालन कर रहे थे, तो आप ऑनलाइन शिकायत कर सकते हैं
- चालान तभी मान्य होता है जब ट्रैफिक नियमों का स्पष्ट उल्लंघन हुआ हो
- mParivahan या DigiLocker में अपलोड डॉक्यूमेंट्स को ट्रैफिक पुलिस द्वारा वैध माना जाता है
- पुलिस सिर्फ अधिकृत कैमरों से चालान भेज सकती है, निजी सोसाइटी या दुकान के कैमरे मान्य नहीं
Extra Tips: चालान से बचने के लिए कुछ आसान आदतें अपनाएं
- हर बार घर से निकलते वक्त हेलमेट और सीट बेल्ट की आदत बनाएं
- रात को हाई बीम का इस्तेमाल कम करें
- तेज़ रफ्तार से बचें, खासकर स्कूल, अस्पताल और बाजार क्षेत्र में
- येलो लाइन या सिग्नल को न करें क्रॉस
- कभी भी शराब पीकर गाड़ी न चलाएं
आज के दौर में टेक्नोलॉजी ने ट्रैफिक पुलिस की निगरानी को और सख्त बना दिया है। हर गाड़ी पर कैमरों की नजर है। लेकिन अगर आप ट्रैफिक नियमों का ईमानदारी से पालन करते हैं, तो न चालान कटेगा, न टेंशन होगी। ऊपर बताए गए पांच सीक्रेट नियम और टिप्स को अपनाकर आप एक जिम्मेदार ड्राइवर बन सकते हैं।