EPFO New Update 2025 – अगर आप प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और आपकी सैलरी से हर महीने PF कटता है, तो आपके मन में ये सवाल जरूर आता होगा – “क्या मुझे रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलेगी? अगर हां, तो इसके लिए कितने साल नौकरी करना ज़रूरी है?” चलिए, आज हम इसी पर पूरी डिटेल में, आसान भाषा में बात करते हैं।
EPS-95 क्या है?
EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने साल 1995 में एक योजना शुरू की थी, जिसका नाम है EPS-95 यानी कर्मचारी पेंशन योजना 1995। इसका मकसद ये था कि जब कर्मचारी रिटायर हो जाए, तो उसे हर महीने एक तय पेंशन मिलती रहे ताकि बुढ़ापे में आर्थिक दिक्कतें न हों।
पेंशन के लिए कितने साल नौकरी जरूरी है?
सबसे बड़ा सवाल – “पेंशन के लिए कितने साल की नौकरी चाहिए?”
इसका जवाब है – कम से कम 10 साल की नौकरी जरूरी है।
मतलब ये कि अगर आपने एक ही कंपनी या अलग-अलग कंपनियों में मिलाकर 10 साल काम किया है, और आपके पास एक ही UAN नंबर है, तो आपको EPS पेंशन का फायदा मिलेगा।
ध्यान दें – अगर आपकी सेवा अवधि 9 साल 6 महीने है, तो उसे EPFO 10 साल मान लेता है। लेकिन अगर आपने 9 साल 5 महीने ही काम किया है, तो आपको पेंशन नहीं मिलेगी। एक महीने का भी फर्क बड़ा हो सकता है।
नौकरी में गैप है तो क्या पेंशन नहीं मिलेगी?
अगर आपने बीच में नौकरी छोड़ी थी या एक कंपनी से दूसरी में जाते हुए कुछ महीनों का ब्रेक लिया था, तो चिंता मत कीजिए। अगर आपके पास एक ही UAN नंबर है और आपकी कुल सेवा अवधि 10 साल या उससे ज्यादा है, तो आपको पेंशन जरूर मिलेगी। अलग-अलग कंपनियों की नौकरी को EPFO जोड़कर गिनता है।
PF कटौती कैसे होती है?
हर महीने आपकी बेसिक सैलरी और डीए (DA) का 12% हिस्सा PF में जाता है। इतना ही हिस्सा आपका एम्प्लॉयर भी जमा करता है। लेकिन उसके हिस्से से:
- 8.33% EPS में जाता है – यानी पेंशन योजना के लिए
- 3.67% EPF में जाता है – यानी आपकी फंड में जमा होता है
इससे फायदा ये होता है कि एक तरफ आपका PF पैसा बढ़ता है और दूसरी तरफ आपको रिटायरमेंट के बाद पेंशन भी मिलती है।
EPS-95 के तहत मिलने वाली पेंशन के प्रकार
EPS-95 सिर्फ रिटायरमेंट पेंशन ही नहीं, बल्कि परिवार को भी कई फायदे देती है। जैसे:
- विधवा पेंशन – कर्मचारी की मृत्यु के बाद पत्नी को मिलती है
- बाल पेंशन – मृत कर्मचारी के बच्चों को
- अनाथ पेंशन – अगर दोनों माता-पिता नहीं रहे
- विकलांगता पेंशन – कर्मचारी अगर काम करने लायक नहीं रहता, तो उसे यह मिलती है, भले ही उसने 10 साल पूरे न किए हों
पेंशन कब से मिलती है?
आमतौर पर पेंशन 58 साल की उम्र के बाद मिलती है। लेकिन अगर कोई कर्मचारी 60 साल तक इंतजार करता है, तो उसे 4% ज्यादा पेंशन मिलती है। वहीं, अगर कोई 50 साल के बाद पेंशन लेना चाहता है, तो उसे थोड़ी कम राशि मिलती है, जिसकी गणना EPFO के फॉर्मूले से होती है।
पेंशन के लिए आवेदन कैसे करें?
अब सवाल आता है – “आवेदन कैसे करें?”
इसके लिए आप EPFO की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या फिर अपने ऑफिस के HR डिपार्टमेंट से संपर्क कर सकते हैं। आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज़ हैं:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाता डिटेल
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जॉइनिंग और रिलीविंग लेटर
इन डॉक्युमेंट्स को सही और अपडेट रखना बहुत जरूरी है ताकि आपको पेंशन मिलने में कोई रुकावट न हो।
UAN नंबर क्यों जरूरी है?
UAN यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर EPFO का दिया गया 12 अंकों का एक यूनिक नंबर होता है, जो आपकी सभी नौकरियों के PF अकाउंट्स को जोड़ता है। एक ही UAN होने से ये फायदा होता है कि आपकी सारी सेवा एक साथ गिनी जाती है और आप पेंशन के हकदार बनते हैं।
EPFO की अन्य सुविधाएं
EPFO सिर्फ पेंशन ही नहीं, बल्कि कई और फायदे भी देता है जैसे:
- होम लोन के लिए एडवांस
- मेडिकल इमरजेंसी में पैसा निकालना
- बच्चों की पढ़ाई और शादी के लिए PF से निकासी
- बेरोजगारी के समय 75% तक का एडवांस
अगर आप प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं और PF कटता है, तो EPS-95 योजना आपके लिए बुढ़ापे की फाइनेंशियल सिक्योरिटी का भरोसेमंद जरिया है। बस आपको ध्यान रखना है कि कम से कम 10 साल की सेवा पूरी हो, और आपका UAN एक ही बना रहे। ये छोटी-छोटी बातें आपके रिटायरमेंट को आसान और सुरक्षित बना सकती हैं।