EPFO Updates – अगर आप भी नौकरीपेशा हैं और अपनी सैलरी स्लिप में हर महीने PF की कटौती देखते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खास है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने 2025 में अपने करोड़ों सदस्य कर्मचारियों के लिए कुछ बड़े और अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों का सीधा असर आपकी जेब और रिटायरमेंट प्लानिंग पर पड़ेगा। तो चलिए, जानते हैं इन बदलावों के बारे में जो आपके PF और पेंशन को लेकर आपकी टेंशन कम करने वाले हैं।
1. अब प्रोफाइल अपडेट करना बच्चों का खेल
पहले EPFO में अपना नाम, जन्मतिथि, लिंग और अन्य जानकारी अपडेट कराना किसी सिरदर्द से कम नहीं था। इसके लिए फॉर्म भरने, ऑफिस जाने, और मंजूरी का इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है। अगर आपका UAN (Universal Account Number) आधार कार्ड से लिंक है, तो आप यह सारी डिटेल्स ऑनलाइन और खुद-ब-खुद अपडेट कर सकते हैं।
अब आप अपने पिता का नाम, वैवाहिक स्थिति, जॉइनिंग डेट, नागरिकता और दूसरी डिटेल्स को अपने घर बैठे अपडेट कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपका UAN अक्टूबर 2017 से पहले बना है, तो कुछ मामलों में कंपनी की मंजूरी की जरूरत हो सकती है, लेकिन अब यह भी डिजिटल तरीके से हो जाएगा। इस बदलाव से लाखों कर्मचारियों का समय और मेहनत दोनों बचेंगे, और उनके लिए चीज़ें और भी आसान हो जाएंगी।
2. पीएफ ट्रांसफर अब पलक झपकते ही
नौकरी बदलते वक्त PF का ट्रांसफर करवाना पहले किसी बड़ी परेशानी से कम नहीं था। पुरानी कंपनी से मंजूरी लेकर, डॉक्युमेंट्स इकट्ठा करना, और फिर नई कंपनी के साथ चक्कर लगाना किसी झंझट से कम नहीं था। लेकिन अब EPFO ने इस पूरी प्रक्रिया को आसान और तेज बना दिया है।
अब, 15 जनवरी 2025 से, अगर आपका UAN आधार से जुड़ा हुआ है और आपकी पर्सनल जानकारी (जैसे नाम, जन्मतिथि, और जेंडर) दोनों कंपनियों में मेल खाती है, तो आपका पीएफ ट्रांसफर खुद-ब-खुद हो जाएगा। अब आपको न पुरानी कंपनी की मंजूरी की जरूरत होगी और न ही किसी दस्तावेज़ की दौड़ लगाने की। यह बदलाव नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि अब बिना किसी परेशानी के उनका पीएफ एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर हो जाएगा।
3. पेंशन सीधे बैंक अकाउंट में – वो भी हर बैंक में
1 जनवरी 2025 से EPFO ने Centralised Pension Payment System (CPPS) लागू कर दिया है। इसके तहत अब आपकी पेंशन सीधे आपके बैंक अकाउंट में जमा हो जाएगी, चाहे वो बैंक सरकारी हो या प्राइवेट। पहले पेंशन के लिए PPO (Pension Payment Order) को ट्रांसफर करना पड़ता था, और इस प्रक्रिया में काफी समय लगता था। लेकिन अब इस नए सिस्टम ने उस परेशानी को खत्म कर दिया है।
इस बदलाव के साथ, PPO को आपके UAN से जोड़ना जरूरी होगा। इससे जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा करना भी आसान हो जाएगा, और बुजुर्ग पेंशनभोगियों को लंबी लाइनों में खड़े होकर बायोमैट्रिक देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह बदलाव पेंशन की प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बना देगा, जिससे रिटायर्ड कर्मचारियों को काफी सहूलत होगी।
4. ज्यादा वेतन, ज्यादा पेंशन – अब नियम क्लियर हैं
अगर आपकी सैलरी PF की निर्धारित सीमा से ज्यादा है और आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद आपको अच्छी पेंशन मिले, तो अब EPFO ने इसके लिए साफ और पारदर्शी नियम बना दिए हैं। पहले इस बारे में काफी भ्रम था, लेकिन अब EPFO ने इसे बहुत स्पष्ट कर दिया है।
अब अगर आप ज्यादा वेतन पर काम करते हैं और उस हिसाब से PF में ज्यादा योगदान देना चाहते हैं, तो आपकी पेंशन भी उसी हिसाब से तय की जाएगी। चाहे आप EPFO से जुड़े हों या किसी कंपनी के ट्रस्ट से, सभी को एक जैसे नियमों का पालन करना होगा। इससे उन कर्मचारियों को फायदा होगा जो लंबे समय तक काम करते हैं और उनकी पेंशन में एक अच्छी बढ़ोतरी हो सकती है।
5. गलत जानकारी का समाधान अब चुटकियों में
EPFO ने 16 जनवरी 2025 से Joint Declaration Form से जुड़ी प्रक्रिया को भी आसान बना दिया है। पहले अगर आपके PF अकाउंट में कोई डिटेल गलत होती थी, तो उसे ठीक करवाना काफी मुश्किल काम था। लेकिन अब आप यह काम ऑनलाइन कर सकते हैं।
अब आप सीधे अपने नियोक्ता के जरिए गलत नाम, जन्मतिथि, या दूसरी जानकारी को सुधार सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया अब बहुत सरल और तेज हो गई है, जिससे PF निकालने की प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी। साथ ही, इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी और कर्मचारियों के लिए काम करना और भी आसान होगा।
कुल मिलाकर क्या बदला?
EPFO के ये सारे अपडेट्स नौकरीपेशा कर्मचारियों और रिटायरमेंट के बाद पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं हैं। अब ना सिर्फ PF और पेंशन से जुड़े काम आसान हो गए हैं, बल्कि समय और मेहनत की बचत भी होगी। डिजिटल इंडिया की दिशा में ये कदम काफी अहम हैं और EPFO ने यह सुनिश्चित किया है कि कर्मचारियों को कोई भी परेशानी न हो।
अगर आप EPFO के सदस्य हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपनी जानकारी अपडेट करें, आधार से लिंक करें और इन नए बदलावों का पूरा फायदा उठाएं। ये बदलाव न सिर्फ आपकी सेविंग्स को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि आपकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को भी आसान और सुरक्षित बना देंगे।