FD Scheme – अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो शेयर बाजार के झंझटों से दूर रहकर अपने पैसे को सुरक्षित और स्थिर तरीके से बढ़ाना चाहते हैं, तो आपके लिए बड़ी खबर है। अब भारत के कुछ छोटे लेकिन भरोसेमंद फाइनेंस बैंकों ने FD यानी Fixed Deposit पर 9% तक का ब्याज देना शुरू कर दिया है। और ये फायदा सिर्फ आम निवेशकों को नहीं, बल्कि सीनियर सिटीजन को तो इससे भी ज्यादा रिटर्न मिल रहा है।
आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि ये स्कीमें क्या हैं, किन-किन बैंकों में मिल रही हैं और आपको क्या-क्या फायदे और सावधानियां बरतनी चाहिए।
क्या है FD और क्यों है ये इतना पॉपुलर?
Fixed Deposit एक ऐसा निवेश तरीका है जिसमें आप एक निश्चित रकम को एक निश्चित समय के लिए बैंक में जमा करते हैं। इस पर बैंक आपको एक निश्चित ब्याज दर देता है जो बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होती। यानी एक बार जो रेट तय हो गया, वही मैच्योरिटी तक बना रहेगा।
FD का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें जोखिम बहुत कम होता है और निवेशकों को अंदाजा रहता है कि उन्हें आखिर में कितना रिटर्न मिलेगा।
2025 में FD पर 9% ब्याज – कैसे और कहां?
साल 2025 की शुरुआत के साथ ही कई छोटे फाइनेंस बैंकों ने अपनी FD ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है। खासकर Unity Small Finance Bank, North East SFB, Suryoday SFB, Utkarsh SFB जैसे बैंकों ने 9% से ज्यादा ब्याज देना शुरू किया है।
कुछ प्रमुख बैंक और उनकी FD ब्याज दरें:
बैंक का नाम | ब्याज दर (%) | सीनियर सिटीजन दर (%) | अवधि |
---|---|---|---|
Unity Small Finance Bank | 9.00% | 9.50% | 1001 दिन |
North East SFB | 9.00% | 9.00% | 18 महीने 1 दिन से 36 महीने |
Suryoday SFB | 9.10% | 9.60% | 5 साल |
Utkarsh SFB | 9.10% | 9.10% | 1500 दिन |
Shriram Finance | 9.00% | 9.50% | 12 से 60 महीने |
इनके अलावा Jana SFB, Equitas SFB, Ujjivan SFB और ESAF SFB जैसे बैंक भी 8% से 8.75% तक की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं।
FD के ये फायदे आपको जानने चाहिए
- निश्चित रिटर्न: शेयर बाजार की तरह झटकों का डर नहीं, जो तय है वही मिलेगा।
- कम से कम ₹5000 से निवेश शुरू: कई बैंक अब छोटी राशि से भी FD की सुविधा दे रहे हैं।
- सीनियर सिटीजन को ज्यादा फायदा: 60 साल से ऊपर वालों को 0.50% तक ज्यादा ब्याज मिलता है।
- डिजिटल सुविधा: कई बैंक ऑनलाइन FD की सुविधा दे रहे हैं जिससे घर बैठे ही निवेश हो सकता है।
- टैक्स में छूट: सीनियर सिटीजन के लिए अब TDS सीमा ₹1 लाख तक हो गई है।
निवेश से पहले किन बातों का रखें ध्यान?
बैंक की रेटिंग और DICGC कवरेज देखें
छोटे फाइनेंस बैंकों में निवेश करते वक्त यह देखना जरूरी है कि बैंक DICGC (Deposit Insurance) कवर में है या नहीं। इससे आपके ₹5 लाख तक सुरक्षित रहते हैं।
FD की अवधि सोच-समझकर चुनें
अगर आपकी प्लानिंग 2 साल की है तो 5 साल की FD में पैसा फंसाना समझदारी नहीं होगी।
ऑटो रिन्युअल ऑप्शन ध्यान से चुनें
FD मैच्योर होने पर पैसा अपने आप फिर से जमा हो जाएगा या आपको मिलेगा? यह पहले से तय करें।
टैक्सेशन का ध्यान रखें
FD के ब्याज पर टैक्स लगता है। अगर आपकी सालाना ब्याज ₹40,000 (या सीनियर सिटीजन के लिए ₹1 लाख) से ऊपर है तो TDS कटेगा।
FD Calculator से करें अनुमान
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके ₹1 लाख पर 9% ब्याज से 3 साल में कितना मिलेगा, तो FD Calculator का इस्तेमाल करें या बैंक की वेबसाइट पर ऑनलाइन टूल से यह देख सकते हैं।
साधारण फॉर्मूला है:
M = P + P{(1 + i/100)^t − 1}
जहां,
P = Principal (निवेश राशि)
i = Interest rate
t = समय (साल में)
M = मैच्योरिटी अमाउंट
FD में निवेश के जोखिम भी जान लें
- इन्फ्लेशन रिस्क: अगर महंगाई दर FD के ब्याज से ज्यादा है तो रियल रिटर्न घट सकता है।
- लिक्विडिटी रिस्क: जरूरत पड़ने पर FD तोड़नी पड़े तो पेनल्टी लग सकती है।
- इंटरेस्ट रेट रिस्क: अगर भविष्य में बैंक ब्याज दर और बढ़ाएं तो आपके पुराने FD पर कम रिटर्न मिलेगा।
- क्रेडिट रिस्क: छोटे बैंक में थोड़ा जोखिम हो सकता है इसलिए DICGC कवर बहुत जरूरी है।
अगर आप जोखिम से दूर रहकर एक सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में हैं, तो FD पर 9% ब्याज एक बेहतरीन मौका है। खासकर सीनियर सिटीजन के लिए यह और भी फायदेमंद साबित हो सकता है। लेकिन निवेश से पहले बैंक की विश्वसनीयता, शर्तें और टैक्स नियमों को ध्यान से समझना जरूरी है।
जल्दी कीजिए, क्योंकि ये ऑफर ज्यादा समय तक नहीं चलते। बैंक कभी भी ब्याज दर घटा सकते हैं। सोच-समझकर आज ही एक मजबूत निवेश की शुरुआत करें।