Gas Cylinder Price – अगर आप हर महीने एलपीजी सिलेंडर भरवाते हैं और आपके बजट का एक बड़ा हिस्सा गैस पर खर्च होता है, तो ये खबर आपके लिए काफी काम की है। 18 मई 2025 को घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) की नई कीमतें जारी कर दी गई हैं। इस बार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गैस की कीमतों में बदलाव हुआ है। कहीं कीमत थोड़ी घटी है तो कहीं यह अभी भी काफी ऊंची बनी हुई है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि यूपी के किन-किन शहरों में एलपीजी सिलेंडर की कीमत सबसे कम है और किन जगहों पर आपको सबसे ज़्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे। साथ ही आपके अपने शहर का ताज़ा रेट भी मिलेगा जिलेवार पूरी लिस्ट के साथ।
कहां मिल रही है सबसे सस्ती गैस?
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, मेरठ और बागपत जैसे जिलों के लोगों को थोड़ी राहत मिली है। यहां 14.2 किलो वाला घरेलू रसोई गैस सिलेंडर मात्र ₹850.5 में मिल रहा है। यह पूरे राज्य में सबसे कम रेट है। अगर आप इन जिलों में रहते हैं तो समझिए आपको अन्य जगहों के मुकाबले लगभग ₹80 से ₹85 तक की सीधी बचत हो रही है।
सोनभद्र बना सबसे महंगा जिला
अब बात करते हैं यूपी के सबसे महंगे जिले की। सोनभद्र में रसोई गैस सिलेंडर की कीमत ₹937 तक पहुंच गई है, जो राज्य की सबसे ऊंची कीमत है। यानी अगर आप गाजियाबाद या मेरठ के मुकाबले सोनभद्र में हैं, तो हर सिलेंडर पर आपको करीब ₹86 ज़्यादा चुकाने पड़ रहे हैं।
आपके शहर में क्या है गैस सिलेंडर का रेट? यहां देखिए जिलेवार पूरी लिस्ट
जिला | नई कीमत (₹) |
---|---|
गाजियाबाद | 850.5 |
गौतम बुद्ध नगर | 850.5 |
मेरठ | 850.5 |
बागपत | 850.5 |
हापुड़ | 851 |
शामली | 858 |
मुजफ्फरनगर | 859.5 |
मथुरा | 862 |
आगरा | 864 |
कानपुर नगर | 868 |
झांसी | 887 |
लखनऊ | 890 |
प्रयागराज | 905.5 |
गोरखपुर | 915 |
वाराणसी | 916.5 |
अलीगढ़ | 880 |
अम्बेडकर नगर | 925 |
बलरामपुर | 932.5 |
आजमगढ़ | 932.5 |
बलिया | 933 |
मऊ | 934 |
सोनभद्र | 937 |
क्यों अलग-अलग जिलों में अलग होती है गैस की कीमत?
आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर हर जिले में गैस सिलेंडर के दाम अलग-अलग क्यों हैं। दरअसल, यह अंतर ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट, डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, टैक्स और एजेंसी के ऑपरेशनल खर्चों की वजह से होता है। दूर-दराज के इलाकों में जहां गैस पहुंचाना महंगा पड़ता है, वहां रेट थोड़ा ऊंचा होता है।
क्या आगे और बढ़ेगी गैस की कीमत?
वैसे तो सरकार गैस की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए समय-समय पर समीक्षा करती रहती है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें अगर बढ़ती हैं, तो आने वाले समय में एलपीजी के रेट भी बढ़ सकते हैं। हालांकि केंद्र सरकार उज्ज्वला योजना जैसी स्कीमों के तहत कुछ उपभोक्ताओं को सब्सिडी भी देती है, जिससे राहत मिलती है।
उज्ज्वला योजना से कितना मिल रहा लाभ?
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिन गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है, उन्हें हर सिलेंडर पर सब्सिडी दी जाती है। अभी लगभग ₹200 प्रति सिलेंडर की सब्सिडी दी जा रही है। यानी जिन जिलों में ₹850.5 की कीमत है, वहां उज्ज्वला लाभार्थियों को यह सिलेंडर ₹650.5 में मिल रहा है। इससे गरीब परिवारों को बड़ी राहत मिलती है।
उपभोक्ताओं की राय क्या है?
गैस उपभोक्ता इस बदलाव पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जिन जिलों में कीमतें कम हुई हैं, वहां लोग सरकार की सराहना कर रहे हैं। लेकिन जहां महंगाई अब भी काबू में नहीं है, वहां लोगों की नाराजगी भी देखने को मिल रही है। खासकर छोटे शहरों और गांवों में रहने वाले लोगों के लिए हर महीने का खर्च बढ़ना मुश्किल खड़ा करता है।
अगर आप भी हर महीने गैस सिलेंडर खरीदते हैं, तो यह जानना जरूरी है कि आपके शहर में उसकी कीमत क्या है। इस बार यूपी के कुछ जिलों को राहत मिली है तो कुछ जगहों पर अब भी भारी जेब ढीली करनी पड़ रही है। आगे भी अगर कीमतों में कोई बदलाव होता है तो हम आपको अपडेट जरूर देंगे।