Gold Silver Price Today: अगर आप सोने और चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं या पहले से इनकी ट्रेडिंग कर रहे हैं, तो 23 मई 2025 का दिन आपके लिए कई मायनों में अहम साबित हो सकता है। आज घरेलू और वैश्विक बाजार दोनों में ही कीमती धातुओं में उतार-चढ़ाव का जबरदस्त दौर देखने को मिला। सुबह जहां सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई, वहीं दोपहर तक इसमें मजबूती का ट्रेंड बन गया।
दिन की शुरुआत में दिखी गिरावट, फिर बाजार में लौटी चमक
23 मई की सुबह घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली। शुरुआती ट्रेडिंग में MCX पर 10 ग्राम सोना करीब ₹200 से ₹300 तक सस्ता हो गया था, जिससे निवेशकों के बीच हलचल मच गई। बहुत से ट्रेडर्स ने मुनाफावसूली की उम्मीद में जल्दबाजी में बिक्री शुरू कर दी। लेकिन दोपहर तक जैसे ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सकारात्मक संकेत मिलना शुरू हुए और डॉलर में कमजोरी देखी गई, वैसे ही बाजार में तेजी की वापसी हुई।
MCX पर 5 जून 2025 डिलीवरी वाला सोना 0.71% या ₹679 की तेजी के साथ ₹96,278 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड करता नजर आया। वहीं, 5 अगस्त 2025 डिलीवरी वाला सोना 0.73% या ₹703 की बढ़त के साथ ₹97,272 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
चांदी की कीमत ने तोड़ दिए पिछले रिकॉर्ड
सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला। MCX पर 4 जुलाई 2025 डिलीवरी वाली चांदी 1.03% या ₹1,015 की बढ़त के साथ ₹99,260 प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही थी। यह हाल के महीनों का सबसे ऊंचा स्तर माना जा रहा है। चांदी ने निवेशकों को उम्मीदों से ज्यादा रिटर्न देना शुरू कर दिया है और इसका सीधा असर ट्रेडिंग वॉल्यूम पर भी दिख रहा है।
ग्लोबल मार्केट में भी दिखी मजबूती
अंतरराष्ट्रीय बाजारों की बात करें तो वहां भी सोने और चांदी ने मजबूती दिखाई है। COMEX पर सोने का भाव 0.77% या $25 की बढ़त के साथ $3367 प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा था। ग्लोबल स्पॉट मार्केट में सोने का हाजिर भाव भी 0.71% या $23.61 की तेजी के साथ $3338 प्रति औंस तक पहुंच गया।
COMEX पर चांदी की कीमत भी 0.71% या $0.24 की बढ़त के साथ $33.89 प्रति औंस रही। वहीं वैश्विक हाजिर चांदी का भाव 0.84% या $0.28 की तेजी के साथ $33.67 प्रति औंस दर्ज किया गया। यह साफ संकेत देता है कि दुनियाभर के निवेशक अब सोने और चांदी में फिर से भरोसा जता रहे हैं।
आखिर क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?
विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर की कमजोरी, ब्याज दरों में ठहराव और लगातार बढ़ती महंगाई की आशंका के चलते लोग एक बार फिर सोना और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर लौट रहे हैं। इसके अलावा भारत में शादी-विवाह का सीजन चल रहा है, जिससे घरेलू डिमांड भी काफी मजबूत बनी हुई है। यह डिमांड बाजार में सपोर्ट पैदा कर रही है और कीमतों को ऊपर की ओर धकेल रही है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
जो लोग गोल्ड या सिल्वर में लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की सोच रहे हैं, उनके लिए यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है। जब भी बाजार में अस्थिरता बढ़ती है, तब सोना और चांदी सुरक्षित पनाहगाह माने जाते हैं। लेकिन सिर्फ तेजी देखकर किसी भी ट्रेड में कूदना सही नहीं है। एक्सपर्ट्स की सलाह है कि निवेश से पहले बाजार का गहराई से विश्लेषण करें और जोखिम को जरूर समझें।
क्या अब भी खरीदना फायदेमंद है?
देखा जाए तो सोने और चांदी की मौजूदा तेजी लंबे समय तक बरकरार रह सकती है, खासकर तब तक जब तक वैश्विक महंगाई और डॉलर की कमजोरी जैसे फैक्टर प्रभावी बने हुए हैं। ऐसे में अगर आप गोल्ड ETF, डिजिटल गोल्ड, गोल्ड बॉन्ड या फिजिकल गोल्ड में निवेश करना चाहें तो यह अच्छा समय हो सकता है। लेकिन हर निवेश निर्णय आपकी जोखिम क्षमता, निवेश अवधि और फाइनेंशियल गोल्स पर निर्भर करता है।
23 मई को सुबह भले ही सोने की कीमतों में हल्की गिरावट आई हो, लेकिन दिन के अंत तक बाजार ने जबरदस्त वापसी की और निवेशकों को राहत दी। सोने और चांदी दोनों ही एक बार फिर मजबूती की ओर लौटते दिख रहे हैं। ऐसे में अगर आप समझदारी से निवेश करें, तो आने वाले समय में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।