Home Loan EMI – आजकल अपना खुद का घर होना हर किसी का सपना होता है, लेकिन रियलिटी ये है कि इतने महंगे ज़माने में बिना होम लोन के घर खरीदना लगभग नामुमकिन हो गया है। हर कोई चाहता है कि उसका खुद का एक मकान हो, लेकिन ये फैसला लेने से पहले एक बात जरूर जान लेनी चाहिए – क्या आपकी आमदनी उस लोन की ईएमआई झेल सकती है या नहीं।
इस लेख में हम आसान भाषा में समझाएंगे कि होम लोन लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, कितनी सैलरी वालों को कितना लोन लेना सही रहेगा, EMI का कैलकुलेशन कैसे करें और साथ में कुछ ऐसे टिप्स भी देंगे जिससे आपका घर खरीदने का सपना आसानी से पूरा हो सके।
EMI और सैलरी में क्या होना चाहिए तालमेल?
सबसे पहले समझिए कि बैंक जब होम लोन देता है तो वो आपकी इनकम देखकर ही तय करता है कि आपको कितना लोन दिया जा सकता है। लेकिन सिर्फ बैंक के हिसाब से नहीं, आपको भी यह तय करना होता है कि आपकी सैलरी में से कितनी रकम हर महीने ईएमआई के लिए निकालना सही रहेगा।
आम तौर पर एक सिंपल रूल होता है –
EMI आपकी सैलरी का 25% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
यानी अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये है तो ज्यादा से ज्यादा 25 हजार रुपये तक की EMI सही मानी जाती है। इससे ऊपर जाने पर आपकी बाकी ज़रूरतें जैसे घर खर्च, बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल आदि प्रभावित हो सकते हैं।
50 लाख का घर? जानिए आपको कितना लोन और कितनी सैलरी चाहिए
मान लीजिए आप 50 लाख रुपये का घर लेना चाहते हैं। बैंक आमतौर पर 20% डाउन पेमेंट और 80% लोन देता है। इसका मतलब है:
- डाउन पेमेंट = 10 लाख रुपये
- लोन अमाउंट = 40 लाख रुपये
अब अगर आप 8% ब्याज दर पर 20 साल के लिए 40 लाख का लोन लेते हैं तो आपकी मासिक EMI करीब 33,422 रुपये बनेगी।
इस हिसाब से अगर EMI आपकी सैलरी का सिर्फ 25% हो तो आपको हर महीने कम से कम 1.35 लाख रुपये की सैलरी होनी चाहिए।
अगर आपकी सैलरी 1 लाख से कम है तो?
ज्यादातर लोग 50 से 70 हजार की इनकम में घर खरीदना चाहते हैं। ऐसे में आपको ज्यादा बड़ा लोन लेना रिस्की हो सकता है। उदाहरण के लिए:
- अगर आपकी सैलरी 60,000 है, तो EMI होनी चाहिए 15,000 रुपये से ज्यादा नहीं।
- इस EMI में आपको 20-25 लाख तक का ही लोन मिल पाएगा।
- यानी आप 25 से 30 लाख रुपये तक के फ्लैट या घर का ही सपना देख सकते हैं।
इस स्थिति में या तो डाउन पेमेंट बढ़ाएं या फिर सस्ता घर चुनें।
डाउन पेमेंट ज्यादा देने का फायदा
अगर आप 40 लाख का घर लेना चाहते हैं और आपकी सैलरी 70-80 हजार है तो सबसे अच्छा तरीका है कि डाउन पेमेंट बढ़ा दें। मान लीजिए आप 15 लाख का डाउन पेमेंट कर देते हैं तो आपको सिर्फ 25 लाख का लोन लेना पड़ेगा।
25 लाख के लोन पर EMI होगी करीब 20,000 रुपये (8% ब्याज दर पर 20 साल के लिए)। और अगर आपकी सैलरी 70,000 रुपये है तो ये बिलकुल सही फिट है।
जॉब सिक्योरिटी का भी रखें ध्यान
होम लोन एक लंबी अवधि की जिम्मेदारी होती है – 15 से 30 साल तक। इसलिए लोन लेने से पहले यह जरूर देखें कि आपकी नौकरी कितनी स्थिर है।
- क्या आपकी कंपनी पुरानी और भरोसेमंद है?
- क्या हर साल इन्क्रीमेंट मिल रहा है?
- क्या भविष्य में ट्रांसफर या नौकरी बदलने की संभावना है?
अगर जॉब में बहुत अनिश्चितता है तो फिलहाल रुक जाना ही बेहतर होगा।
लोन लेने के बाद अन्य कर्ज से दूरी बनाएं
जब आप होम लोन ले चुके हों तो कोशिश करें कि किसी और कर्ज में न फंसें। जैसे पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड का बकाया, बाइक या गाड़ी की किस्तें आदि।
अगर आप बहुत सारे लोन और किस्तों का बोझ अपने सिर पर ले लेंगे तो मुश्किल में आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में अगर कभी कोई इमरजेंसी आती है तो आपकी फाइनेंशियल हालत बिगड़ सकती है।
घर वही खरीदें जिसकी कीमत बढ़ती हो
घर खरीदते समय लोकेशन का भी ध्यान रखें। कोशिश करें ऐसे एरिया में घर लें जहां प्रॉपर्टी की कीमतों में ग्रोथ होती हो। इससे दो फायदे होंगे:
- आपके घर की कीमत समय के साथ बढ़ती जाएगी।
- अगर कभी इमरजेंसी में घर बेचना पड़े तो आपको फायदा होगा।
सपनों का घर जरूरी है, लेकिन उसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग और संयम बहुत जरूरी है। सैलरी कम है तो डाउन पेमेंट बढ़ाएं, घर छोटा लें, सस्ते शहर या टाउनशिप प्रोजेक्ट में देखें। धीरे-धीरे इनकम बढ़ने पर बड़ा घर भी ले सकते हैं।होम लोन लेना आसान है लेकिन समझदारी से लेना जरूरी है। आपकी EMI आपकी सैलरी का 25% से ज्यादा न हो, डाउन पेमेंट जितना ज्यादा हो उतना बेहतर, और लोन लेने से पहले अपने करियर और भविष्य की जरूरतों का ध्यान रखें। तभी आप निश्चिंत होकर अपने नए घर की खुशियां मना पाएंगे।