क्या सिर्फ एक बेटा ही बनेगा सारी संपत्ति का मालिक? जानें 2025 के नए वारिसी नियम – Property Inheritance Rules

By Prerna Gupta

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Property Inheritance Rules – आजकल संपत्ति का बंटवारा परिवारों में बहुत बड़ा टॉपिक बन गया है। खासकर जब बात आती है पिता की संपत्ति की, तो अक्सर सवाल उठता है कि क्या पिता अपनी सारी संपत्ति सिर्फ एक बेटे को दे सकते हैं या बाकी भाई-बहनों को भी उतना ही हिस्सा मिलना चाहिए। 2025 में भारत में संपत्ति से जुड़े कानूनों में कई बड़े बदलाव हुए हैं। इसलिए ये जानना ज़रूरी है कि अब नए नियम क्या कहते हैं।

संपत्ति के दो बड़े प्रकार – स्व-अर्जित और पैतृक

सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि भारत में दो तरह की संपत्ति होती है – स्व-अर्जित संपत्ति (Self-Acquired Property) और पैतृक संपत्ति (Ancestral Property)। इनके बंटवारे के नियम बिल्कुल अलग हैं।

  • स्व-अर्जित संपत्ति: ये वह संपत्ति होती है जो पिता ने खुद कमाई या अपने पैसे से खरीदी हो। जैसे नौकरी की सैलरी से खरीदी गई जमीन, घर, या व्यापार से कमाई हुई रकम।
  • पैतृक संपत्ति: ये वो संपत्ति होती है जो परिवार में पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती आ रही हो, मतलब जो पिता के पूर्वजों से मिली हो।

2025 के नए नियम क्या कहते हैं?

2025 में संपत्ति के बंटवारे को लेकर कई नए नियम आए हैं, जिनका मकसद पारदर्शिता बढ़ाना, महिलाओं के अधिकारों को मजबूत करना और डिजिटल रिकॉर्डिंग को अनिवार्य बनाना है।

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पॉइंट्स जानकारी
नया कानून लागू 2025 से
संपत्ति का प्रकार स्व-अर्जित और पैतृक
ट्रांसफर का तरीका Gift Deed, Will, Succession Certificate
महिलाओं के अधिकार समान अधिकार
आधार कार्ड लिंकिंग अनिवार्य
डिजिटल रिकॉर्डिंग जरूरी
टैक्स और स्टांप ड्यूटी लागू
सुप्रीम कोर्ट का आदेश स्व-अर्जित संपत्ति पर पिता का पूरा अधिकार

क्या पिता अपनी स्व-अर्जित संपत्ति सिर्फ एक बेटे को दे सकते हैं?

जी हाँ, स्व-अर्जित संपत्ति पर पिता को पूरा अधिकार होता है। इसका मतलब ये हुआ कि पिता अपनी पूरी मेहनत की कमाई से खरीदी गई संपत्ति को किसी भी तरीके से किसी भी बेटे या बेटी को दे सकते हैं। इसके लिए वो दो रास्ते अपना सकते हैं:

  • वसीयत (Will): पिता वसीयत बना सकते हैं, जिसमें साफ लिखा होगा कि वो अपनी संपत्ति किसे देना चाहते हैं। वसीयत में पिता अपनी इच्छा अनुसार संपत्ति एक या ज्यादा बच्चों को दे सकते हैं।
  • गिफ्ट डीड (Gift Deed): ये एक रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट होता है जिसमें पिता किसी को भी अपनी संपत्ति गिफ्ट कर सकते हैं। इसमें स्टांप ड्यूटी लगती है और प्रक्रिया पूरी होती है।

अगर वसीयत या गिफ्ट डीड नहीं बनी है, तो स्वाभाविक रूप से संपत्ति सभी कानूनी वारिसों (Class I heirs) के बीच बराबर बांटी जाती है।

सुप्रीम कोर्ट ने भी 2025 में साफ कर दिया है कि बेटा जबरन स्व-अर्जित संपत्ति पर दावा नहीं कर सकता, जब तक कि पिता ने वसीयत या गिफ्ट डीड के जरिए उसे न दिया हो।

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पैतृक संपत्ति (Ancestral Property) पर नियम क्या हैं?

पैतृक संपत्ति के मामले में नियम थोड़े अलग और कड़े हैं। क्योंकि ये संपत्ति परिवार की पीढ़ी-दर-पीढ़ी चली आ रही होती है, इसलिए इसमें सभी कानूनी वारिसों का बराबर अधिकार होता है।

  • पिता अकेले अपनी पैतृक संपत्ति सिर्फ एक बेटे को नहीं दे सकते।
  • बेटा, बेटी, पत्नी समेत सभी वारिसों को बराबर हिस्सा मिलना तय है।
  • 2005 में महिलाओं को भी पैतृक संपत्ति में बराबर अधिकार मिला था, जो 2025 में और मजबूत किया गया है।

इसलिए, पैतृक संपत्ति में पिता का एक बेटे को पूरा हिस्सा देने का अधिकार नहीं होता।

2025 के नए नियमों में और क्या-क्या बदलाव हैं?

  • आधार कार्ड लिंकिंग: अब हर प्रॉपर्टी मालिक का आधार कार्ड संपत्ति के रिकॉर्ड से लिंक होना जरूरी है ताकि फर्जीवाड़ा रोका जा सके।
  • डिजिटल रिकॉर्डिंग: वसीयत, गिफ्ट डीड और संपत्ति ट्रांसफर का डिजिटल रिकॉर्ड रखना अनिवार्य हो गया है।
  • स्पेशल कोर्ट: संपत्ति विवादों के लिए खास कोर्ट बनाए गए हैं ताकि मामलों का निपटारा जल्दी हो सके।
  • टैक्स नियम: अब संपत्ति ट्रांसफर पर मार्केट वैल्यू के आधार पर टैक्स देना होगा, जिसमें स्टांप ड्यूटी और कैपिटल गेन टैक्स भी शामिल हो सकता है।
  • महिलाओं के अधिकार: बेटियों को भी पैतृक संपत्ति में बराबर हिस्सा मिलेगा।

संपत्ति ट्रांसफर के तरीके

  • Gift Deed: गिफ्ट डीड बनाकर पिता संपत्ति को रजिस्टर्ड कराते हैं। इसमें दो गवाह जरूरी होते हैं और स्टांप ड्यूटी भी लगती है।
  • Will (वसीयत): ये डॉक्यूमेंट पिता अपनी मौत के बाद संपत्ति ट्रांसफर के लिए बनाते हैं।
  • Succession Certificate: अगर वसीयत नहीं है, तो वारिस कोर्ट से ये सर्टिफिकेट लेकर संपत्ति पर अपना हक साबित कर सकते हैं।

Minor बेटे के लिए क्या होता है?

अगर बेटा नाबालिग (Minor) है, तो पिता उसकी तरफ से गार्डियन की भूमिका निभाते हुए Gift Deed या Will बना सकते हैं। गार्डियन संपत्ति का प्रबंधन तब तक करता है जब तक बेटा बड़ा होकर अपनी संपत्ति खुद संभाल सके।

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क्या पिता ट्रांसफर के बाद संपत्ति वापस ले सकते हैं?

  • एक बार गिफ्ट डीड रजिस्टर्ड हो गई, तो संपत्ति वापस लेना संभव नहीं होता।
  • वसीयत को जीवन में पिता बदल सकते हैं, लेकिन मृत्यु के बाद वो फाइनल मानी जाती है।

संपत्ति विवाद से बचने के लिए क्या करें?

  • सभी कानूनी वारिसों को पहले से जानकारी देना चाहिए।
  • Gift Deed और Will को रजिस्टर्ड कराना जरूरी है।
  • डिजिटल रिकॉर्ड का ध्यान रखें।
  • पारदर्शिता से संपत्ति का बंटवारा करें।

2025 के नए Property Inheritance Rules के हिसाब से:

  • अगर संपत्ति स्व-अर्जित है तो पिता पूरी संपत्ति किसी एक बेटे को दे सकते हैं।
  • अगर संपत्ति पैतृक है तो सभी कानूनी वारिसों का बराबर हिस्सा होता है।
  • महिलाओं के अधिकार अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गए हैं।
  • डिजिटल रिकॉर्डिंग और आधार लिंकिंग से संपत्ति विवाद कम होंगे और प्रक्रिया पारदर्शी होगी।

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