Property Records – जब भी आप जमीन या कोई प्रॉपर्टी खरीदने का सोचते हैं तो सबसे बड़ी चिंता होती है जमीन का रिकॉर्ड साफ है या नहीं। क्या वह जमीन वाकई उस मालिक की है जो बेच रहा है? या कहीं उस जमीन पर कोई विवाद तो नहीं? ऐसे में जमीन के पुराने रिकॉर्ड देखना बहुत जरूरी हो जाता है। पर अक्सर लोग दफ्तरों में कर्मचारियों और अधिकारियों से जान-पहचान न होने के कारण परेशान हो जाते हैं। चक्कर लगाते-लगाते दिन निकल जाते हैं और परेशानी बढ़ जाती है।
लेकिन अब आपको ऐसा नहीं करना पड़ेगा। टेक्नोलॉजी के जमाने में हर चीज ऑनलाइन उपलब्ध है, और जमीन के पुराने रिकॉर्ड को भी आप बिना किसी जान-पहचान के घर बैठे देख सकते हैं। जी हां, अब 100 साल पुराना भी जमीन का रिकॉर्ड आपको आसानी से मिल सकता है। आइए जानते हैं कि यह कैसे संभव हुआ है और आप खुद इसे कैसे देख सकते हैं।
जमीन का पुराना रिकॉर्ड क्यों जरूरी है?
जब आप जमीन खरीदने जाते हैं, तो सिर्फ मौजूदा मालिक का रिकॉर्ड देखना काफी नहीं होता। कई बार जमीन की मालिकाना हक की चेन में कहीं कोई गड़बड़ी या विवाद छुपा हो सकता है। हो सकता है कि पिछले मालिकों ने जमीन के दस्तावेज सही तरीके से अपडेट नहीं किए हों या जमीन पर कोई कानूनी अड़चन हो।
ऐसे में जमीन के पुराने रिकॉर्ड देखकर आप ये जान सकते हैं कि जमीन कब-किसके नाम रही, किसी ने कब हस्तांतरण किया, जमीन पर कोई विवाद तो नहीं था और क्या जमीन पूरी तरह से क्लियर है या नहीं। यह जानकारी आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगी ताकि बाद में कोई झंझट न हो।
अब जमीन का रिकॉर्ड देखना हुआ आसान
पहले जहां जमीन का रिकॉर्ड देखने के लिए आपको राजस्व कार्यालय, तहसील या भूमि विभाग के चक्कर लगाने पड़ते थे, वहां आज हर राज्य सरकार ने अपने राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भूमि रिकॉर्ड या भूलेख पोर्टल लॉन्च कर दिए हैं। इन पोर्टलों पर आप ऑनलाइन जाकर जमीन के रिकॉर्ड देख सकते हैं।
कहीं भी जाएं, चाहे आप उत्तर प्रदेश में हों, दिल्ली में या महाराष्ट्र में, हर राज्य के राजस्व विभाग की वेबसाइट पर जमीन का विस्तृत रिकॉर्ड मौजूद होता है। यहां आप अपने इलाके का खसरा नंबर, खाता संख्या या जमाबंदी नंबर डालकर उस जमीन का पूरा इतिहास देख सकते हैं।
जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन कैसे देखें?
- सबसे पहले उस राज्य के राजस्व विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
उदाहरण के लिए:- अगर आप उत्तर प्रदेश की जमीन देखना चाहते हैं तो “Revenue Department UP” की वेबसाइट पर जाएं।
- दिल्ली के लिए “Revenue Department Delhi” की वेबसाइट विजिट करें।
- महाराष्ट्र के लिए “Maharashtra Bhulekh Portal” देखें।
- वेबसाइट पर जाकर जमीन से जुड़े ऑप्शन जैसे “भूमि रिकॉर्ड देखें”, “खसरा-खाता जानकारी” या “जमाबंदी ऑनलाइन” पर क्लिक करें।
- अब जमीन का खसरा नंबर, खाता संख्या या जमाबंदी नंबर दर्ज करें। ये नंबर आपको जमीन के दस्तावेजों में मिल जाएंगे।
- सबमिट करते ही जमीन का पूरा रिकॉर्ड आपकी स्क्रीन पर आ जाएगा, जिसमें पिछले मालिकों के नाम, ट्रांजेक्शन की तिथियां, जमीन के प्रकार और क्षेत्रफल की जानकारी मिलेगी।
- आप इस रिकॉर्ड का प्रिंट भी निकाल सकते हैं या पीडीएफ के रूप में सेव कर सकते हैं।
ऑफलाइन रिकॉर्ड कैसे निकालें?
अगर आप इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करना चाहते या फिर आपके इलाके में ऑनलाइन सुविधा पूरी तरह से उपलब्ध नहीं है, तो आप ऑफलाइन भी जमीन का रिकॉर्ड निकाल सकते हैं। इसके लिए:
- अपने नजदीकी राजस्व विभाग कार्यालय या तहसील में जाएं।
- वहां के अधिकारी से भूमि रिकॉर्ड निकालने के लिए आवेदन पत्र भरें। इस फॉर्म में आपको जमीन के बारे में जितनी जानकारी हो, उतनी भरनी होगी जैसे खसरा नंबर, खाता संख्या, स्थान आदि।
- आवेदन के साथ निर्धारित शुल्क जमा करें। यह शुल्क अलग-अलग राज्यों में थोड़ा बहुत अलग हो सकता है।
- आवेदन जमा करने के बाद संबंधित अधिकारी जमीन के पुराने रिकॉर्ड की जांच करके आपको उसकी कॉपी दे देंगे।
क्या-क्या जानकारी मिलेगी जमीन के पुराने रिकॉर्ड में?
- जमीन के मालिकों की पूरी लिस्ट कि कब-किसके नाम जमीन रही
- जमीन के हस्तांतरण की तारीखें और दस्तावेज
- जमीन पर कोई विवाद या आपत्ति दर्ज है या नहीं
- जमीन के क्षेत्रफल और प्रकार की जानकारी
- जमीन से जुड़े कर या टैक्स भुगतान का रिकॉर्ड
- जमीन का खसरा-खाता विवरण
जमीन खरीदते वक्त ये टिप्स जरूर अपनाएं
- जमीन का रिकॉर्ड ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से अच्छी तरह जांच लें।
- पुराने मालिकों का पूरा हिसाब-किताब और जमीन के दस्तावेज को देखना न भूलें।
- जमीन पर कोई विवाद, ऋण या पाबंदी है तो तुरंत पता करें।
- दस्तावेजों को अच्छी तरह समझकर और जरूरी हो तो एक कानूनी सलाहकार से सलाह लेकर ही खरीदारी करें।
अब जमीन के 100 साल पुराने रिकॉर्ड को जानने के लिए किसी भी अफसर या कर्मचारी से जान-पहचान की जरूरत नहीं। हर राज्य सरकार ने अपनी वेबसाइट पर जमीन के पुराने रिकॉर्ड की पूरी जानकारी रखी है, जिसे आप मिनटों में ऑनलाइन देख सकते हैं। इससे जमीन खरीदने का काम आसान, पारदर्शी और सुरक्षित हो गया है।
अगर आप जमीन खरीदने का सोच रहे हैं तो इस सुविधा का पूरा फायदा उठाएं। पुराने रिकॉर्ड जांचकर ही जमीन खरीदें ताकि आपको भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।