Public Holiday – एक बड़ी खबर आई है, खासकर उन लोगों के लिए जो सरकारी स्कूलों, कॉलेजों या ऑफिसों से जुड़े हुए हैं। जी हां, सरकार ने 30 मई 2025, शुक्रवार को पूरे राज्य में एक आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है। यह अवकाश सिख धर्म के पांचवें गुरु, श्री गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर दिया गया है। इस फैसले से लाखों बच्चों, सरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों को राहत मिलेगी। गर्मी के मौसम में यह एक वीकेंड से पहले की छुट्टी के रूप में भी काम करेगी।
गुरु अर्जुन देव जी की शहादत को समर्पित दिन
गुरु अर्जुन देव जी सिख धर्म के इतिहास में एक महान अध्याय हैं। वह सिख धर्म के पांचवें गुरु थे और उन्हें “आदि ग्रंथ” यानी गुरु ग्रंथ साहिब के संकलन का श्रेय जाता है। उन्होंने धर्म के लिए जो त्याग किया, वह आज भी लोगों के दिलों में ज़िंदा है। इतिहासकारों के अनुसार, मुगल शासक जहांगीर ने गुरु जी पर इस्लाम कबूल करने का दबाव डाला, लेकिन उन्होंने अपने धर्म की रक्षा के लिए यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। इसके बाद उन्हें अमानवीय यातनाएं दी गईं और अंततः वे 1606 में शहीद हो गए।
उनकी शहादत न सिर्फ सिखों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है। इसी कारण हर साल इस दिन गुरुद्वारों में कीर्तन, लंगर सेवा, नगर कीर्तन और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाती हैं।
क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद?
पंजाब सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, यह Gazetted Holiday होगा यानी पूरी तरह से सरकारी मान्यता प्राप्त अवकाश। इस दिन राज्य के सभी:
- सरकारी स्कूल और कॉलेज
- विश्वविद्यालय
- सरकारी दफ्तर और संस्थान
- शिक्षण और प्रशिक्षण केंद्र
पूरी तरह से बंद रहेंगे।
हालांकि, निजी संस्थानों, दुकानों और बाजारों पर यह आदेश अनिवार्य नहीं है। इनका संचालन स्थानीय स्तर के निर्णय पर निर्भर करेगा। बहुत सारे निजी स्कूल भी इस दिन अवकाश रखते हैं, लेकिन कुछ जगहों पर ये खुले भी रह सकते हैं। बाजार और ट्रांसपोर्ट सेवाएं सामान्य रूप से जारी रहने की संभावना है।
लोगों के लिए क्या मायने रखती है ये छुट्टी?
देखा जाए तो ये छुट्टी सिर्फ एक दिन की राहत नहीं है, बल्कि ये दिन लोगों को धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को आत्मसात करने का अवसर देता है। गर्मी की छुट्टियों से पहले यह एक छोटा सा ब्रेक भी बन सकता है जहां परिवार मिल बैठकर गुरुद्वारे जा सकते हैं या फिर बच्चों को गुरु अर्जुन देव जी के जीवन से जुड़ी बातें सिखा सकते हैं।
अभिभावकों के लिए यह अच्छा मौका है कि वे बच्चों को बताएँ कि धर्म और सच्चाई के लिए कैसे गुरु जी ने बलिदान दिया, ताकि नई पीढ़ी को भी अपने इतिहास पर गर्व हो।
छुट्टी का सही उपयोग कैसे करें?
अगर आप सरकारी नौकरी में हैं या फिर आपके बच्चों के स्कूल में छुट्टी है, तो इस दिन को सिर्फ आराम करने का जरिया न बनाएं, बल्कि इसे एक यादगार दिन बनाएं। आप चाहें तो:
- अपने परिवार के साथ गुरुद्वारा जाकर सेवा कर सकते हैं।
- घर पर ही गुरु अर्जुन देव जी की शिक्षाओं पर बच्चों से चर्चा कर सकते हैं।
- किसी समाजसेवी कार्य में भाग ले सकते हैं।
- या फिर जरूरतमंदों के लिए कुछ सेवा कार्य कर सकते हैं।
छुट्टी का सही उपयोग हमें एक बेहतर इंसान बनने का मौका देता है और अगर ये छुट्टी धार्मिक बलिदान की याद में हो, तो उसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
सरकार की पहल को सराहना मिल रही
पंजाब सरकार के इस कदम की चारों ओर सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस फैसले की तारीफ कर रहे हैं कि सरकार ने गुरु जी की शहादत को उचित सम्मान देने का निर्णय लिया। बहुत सारे टीचर्स और कर्मचारी वर्ग के लोग कह रहे हैं कि इस दिन को छुट्टी देना एक संवेदनशील और सही फैसला है।
पंजाब सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों से अपील की है कि वे इस छुट्टी को लेकर पहले से अपनी ड्यूटीज को इस तरह से व्यवस्थित करें कि जरूरी कामकाज में बाधा न आए। वहीं, जनता से भी आग्रह किया गया है कि वे इस छुट्टी को सिर्फ मनोरंजन या आराम के लिए न लें, बल्कि गुरु अर्जुन देव जी के बलिदान और आदर्शों को समझें और अपनाएं।