सिबिल स्कोर के नए नियम: अब हर दिन मिलेगा मुआवजा, RBI ने जारी किया बड़ा ऐलान – RBI New Rules For Cibil Score

By Prerna Gupta

Published On:

RBI New Rules For Cibil Score – भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में सिबिल स्कोर (Cibil Score) से जुड़ी एक बड़ी घोषणा की है। इस फैसले के तहत, बैंक और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को अपने ग्राहकों के सिबिल स्कोर को लेकर होने वाली समस्याओं का समाधान जल्दी से जल्दी करना होगा। यदि इन कंपनियों द्वारा किसी ग्राहक के क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती होती है, तो अब उस गलती को सही करने में देरी करने पर ग्राहकों को मुआवजा मिलेगा। यह कदम उन ग्राहकों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होने वाला है जो सिबिल स्कोर से जुड़ी गलत जानकारी या समस्याओं से परेशान रहते हैं।

सिबिल स्कोर का महत्व

सिबिल स्कोर एक ग्राहक के वित्तीय इतिहास को दर्शाता है, और यह किसी भी बैंक से लोन लेने के लिए एक अहम कारक बन चुका है। अगर किसी का सिबिल स्कोर अच्छा नहीं है, तो उसे लोन मिलना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा, सिबिल स्कोर खराब होने के कारण बहुत से लोग बुरे अनुभवों का सामना करते हैं। कभी-कभी, बैंकों या क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों से जुड़ी गलतियों की वजह से सिबिल स्कोर प्रभावित हो जाता है, जो ग्राहकों के लिए परेशानी का कारण बनता है।

नई नीति का उद्देश्य

आरबीआई ने यह कदम इस उद्देश्य से उठाया है ताकि ग्राहकों को सिबिल स्कोर से जुड़ी गलतियों का समाधान जल्दी और सही तरीके से मिल सके। अक्सर यह देखा गया है कि क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों या बैंकों द्वारा ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी अपडेट कर दी जाती है। जब बैंक या क्रेडिट कंपनी इसे सही करने में देर करती है, तो ग्राहकों को सिबिल स्कोर में सुधार के लिए कई बार महीनों तक इंतजार करना पड़ता है। इससे न केवल ग्राहक को परेशानी होती है, बल्कि उनका सिबिल स्कोर भी प्रभावित हो जाता है।

नया नियम: मुआवजा मिलेगा

अब आरबीआई ने एक नया नियम लागू किया है जिसके तहत यदि किसी बैंक या क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी की गलती से ग्राहक का क्रेडिट स्कोर खराब होता है, तो उसे मुआवजा मिलेगा। अगर इन कंपनियों या बैंकों ने समय पर समस्या का समाधान नहीं किया, तो उन्हें हर दिन के हिसाब से मुआवजा देना होगा।

आरबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि बैंक या एनबीएफसी (Non-Banking Financial Companies) को किसी भी गलत क्रेडिट रिपोर्ट के मामले में 21 कार्य दिवसों के भीतर समस्या का समाधान करना होगा। यदि बैंक ने इस दौरान समाधान नहीं किया, तो ग्राहक को हर दिन ₹100 का मुआवजा मिलेगा। क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों को 9 दिनों के भीतर शिकायत का समाधान करना होगा। अगर वे इसमें नाकाम रहते हैं, तो उन्हें भी जुर्माना भरना होगा।

बैंकों और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों की जिम्मेदारी

आरबीआई ने बैंकों और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों के लिए एक स्पष्ट जिम्मेदारी तय की है। अब उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि अगर किसी ग्राहक का क्रेडिट स्कोर गलत तरीके से अपडेट हो गया है, तो वे इसे जल्द से जल्द सही करें। इसके अलावा, ग्राहकों को इस बारे में सूचना एसएमएस और ईमेल के जरिए दी जाएगी, ताकि ग्राहक को उनकी क्रेडिट रिपोर्ट के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।

यह कदम विशेष रूप से उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद होगा जिन्हें पहले अपनी क्रेडिट रिपोर्ट सही कराने के लिए महीनों तक इंतजार करना पड़ता था। अब यह प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी होगी, जिससे ग्राहकों को समय पर समाधान मिलेगा। इससे ना केवल ग्राहकों का सिबिल स्कोर बेहतर रहेगा, बल्कि वे भविष्य में लोन लेने के लिए भी बेहतर स्थिति में होंगे।

क्रेडिट रिपोर्ट की पारदर्शिता

आरबीआई ने एक और महत्वपूर्ण नियम लागू किया है। अब बैंक और एनबीएफसी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे जब भी किसी ग्राहक की क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें, तो उस ग्राहक को इसकी जानकारी दी जाए। यानी अगर ग्राहक का क्रेडिट स्कोर चेक किया जाता है, तो उसे इसकी जानकारी एसएमएस या ईमेल के माध्यम से दी जाएगी। इससे ग्राहकों को पारदर्शिता मिलेगी और वे अपने क्रेडिट स्कोर पर नज़र रख सकेंगे।

ग्राहकों को मिलेगा फायदा

इस नए नियम के लागू होने से ग्राहकों को बहुत बड़ा फायदा होगा। अगर उनके क्रेडिट रिपोर्ट में किसी प्रकार की गलती होती है, तो उसे ठीक कराने में अब किसी भी प्रकार की देरी नहीं होगी। इसके अलावा, अगर गलती की वजह से ग्राहक को कोई परेशानी होती है, तो उसे मुआवजा मिलेगा, जो पहले कभी नहीं था। यह नियम ग्राहकों को अधिक सुरक्षा और राहत प्रदान करेगा, जिससे वे अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकेंगे।

साथ ही, यह कदम बैंकों और क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनियों के लिए भी एक बड़ा संकेत है कि वे अपनी सेवाओं में और सुधार करें। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्राहक की रिपोर्ट में कोई गलती न हो, क्योंकि अब उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उन्हें जुर्माना भी देना होगा।

आरबीआई का यह नया नियम ग्राहकों के लिए एक अहम बदलाव लेकर आया है। इससे ग्राहकों को अपनी क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ी समस्याओं का समाधान जल्दी और सही तरीके से मिलेगा। साथ ही, मुआवजा प्रणाली के चलते बैंकों और क्रेडिट कंपनियों को अपनी जिम्मेदारी पूरी करनी होगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। यह कदम वित्तीय पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और ग्राहकों को अपनी क्रेडिट रिपोर्ट पर पूरी नज़र रखने का अवसर देगा।

Leave a Comment