Train Ticket Upgrade – अगर आप भारतीय रेलवे में स्लीपर क्लास का टिकट बुक करते हैं, तो अब आपके पास बिना कोई अतिरिक्त शुल्क दिए सेकेंड एसी (2AC) में यात्रा करने का मौका है। रेलवे ने हाल ही में अपने टिकट अपग्रेडेशन सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है, जिससे यात्रियों को अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव मिल सकेगा।
क्या है नया नियम?
रेलवे बोर्ड द्वारा मई 2025 को जारी सर्कुलर के अनुसार, अब स्लीपर क्लास (SL) के यात्री, यदि उन्होंने बुकिंग के समय “ऑटोमैटिक अपग्रेड” विकल्प चुना है, तो उन्हें उपलब्धता के आधार पर थर्ड एसी (3AC) या सेकेंड एसी (2AC) में अपग्रेड किया जा सकता है। यह सुविधा पूर्ण किराया भुगतान करने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध है।
अपग्रेडेशन की प्रक्रिया कैसे काम करती है?
- बुकिंग के समय विकल्प चुनें: IRCTC वेबसाइट या ऐप पर टिकट बुक करते समय “ऑटोमैटिक अपग्रेड” का विकल्प चुनें।
- सीट उपलब्धता के आधार पर अपग्रेड: यदि उच्च श्रेणी में सीटें खाली हैं, तो सिस्टम आपको स्वचालित रूप से अपग्रेड कर देगा।
- कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं: अपग्रेडेशन के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा; आप मूल टिकट के किराए पर ही उच्च श्रेणी में यात्रा कर सकते हैं।
अपग्रेडेशन की सीमा
रेलवे ने अपग्रेडेशन को अधिकतम दो श्रेणियों तक सीमित किया है:
- स्लीपर क्लास (SL) → थर्ड एसी (3AC) → सेकेंड एसी (2AC)
- थर्ड एसी (3AC) → सेकेंड एसी (2AC)
- सेकेंड एसी (2AC) → फर्स्ट एसी (1AC)
- एसी चेयर कार (CC) → एग्जीक्यूटिव चेयर कार (EC)
ध्यान दें कि स्लीपर क्लास से सीधे फर्स्ट एसी में अपग्रेडेशन संभव नहीं है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष प्रावधान
भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों के लिए कई विशेष सुविधाएं प्रदान करता है, जिसमें लोअर बर्थ प्राथमिकता भी शामिल है। हालांकि, लोअर बर्थ की गारंटी देना हमेशा संभव नहीं होता, विशेषकर जब ट्रेन पूरी तरह से बुक हो या यात्रियों की संख्या अधिक हो। ऐसे में रेलवे ने एक नया प्रावधान किया है जो वरिष्ठ नागरिकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
यदि कोई वरिष्ठ नागरिक टिकट बुक करते समय लोअर बर्थ का विकल्प चुनते हैं और उनके टिकट का अपग्रेडेशन संभव होता है, तो रेलवे उन्हें पहले एक SMS के जरिए सूचना देगा। इस सूचना में बताया जाएगा कि उनकी बुकिंग को अपग्रेड किया जा रहा है, लेकिन लोअर बर्थ की गारंटी नहीं दी जा सकती। यह पूरी प्रक्रिया तभी आगे बढ़ेगी जब यात्री की सहमति प्राप्त हो जाएगी। यानी, बिना यात्री की अनुमति के कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा।
इस नई व्यवस्था का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा के दौरान अधिक पारदर्शिता और सुविधा देना है। इससे उन्हें यह स्पष्ट जानकारी मिलती है कि वे अपग्रेड के बाद किस बर्थ पर यात्रा करेंगे और क्या वह उनकी प्राथमिकता के अनुरूप है या नहीं।
किन्हें नहीं मिलेगा अपग्रेडेशन का लाभ?
- रियायती (छूट) टिकट धारकों को यह सुविधा नहीं मिलेगी।
- आंशिक रूप से पुष्टि (Partially Confirmed) या प्रतीक्षा सूची (Waitlisted) टिकट वाले यात्रियों को अपग्रेडेशन का लाभ नहीं मिलेगा।
- बुकिंग के समय “ऑटोमैटिक अपग्रेड” विकल्प न चुनने वाले यात्रियों को भी यह सुविधा नहीं मिलेगी।
अपग्रेडेशन की जानकारी कैसे प्राप्त करें?
यदि आपका टिकट अपग्रेड होता है, तो आपको SMS या ईमेल के माध्यम से सूचित किया जाएगा। इसके अलावा, आप अपनी PNR स्थिति IRCTC वेबसाइट या ऐप पर भी जांच सकते हैं।
अतिरिक्त जानकारी
- यदि अपग्रेडेड टिकट को रद्द किया जाता है, तो रिफंड मूल टिकट के किराए के आधार पर ही मिलेगा, न कि अपग्रेडेड क्लास के किराए पर।
- यह सुविधा केवल पूर्ण किराया भुगतान करने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध है; रियायती टिकट धारकों को इसका लाभ नहीं मिलेगा।
भारतीय रेलवे का यह नया अपग्रेडेशन सिस्टम यात्रियों के लिए एक शानदार अवसर है, जिससे वे बिना अतिरिक्त खर्च के अधिक आरामदायक यात्रा का आनंद ले सकते हैं। यदि आप भी अपनी अगली यात्रा में इस सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो टिकट बुक करते समय “ऑटोमैटिक अपग्रेड” विकल्प अवश्य चुनें।